मूँ तो थाँने मन फेरबा का वाते पाणीऊँ बतिस्मो दूँ हूँ पण वीं ज्यो मारा केड़े आबावाळो हे, वो माराऊँ भी हेलो मोटो हे। मूँ तो वाँका पगरख्याँ का कसणा खोलबा के जोगो भी ने हूँ। वो थाँने पुवितर आत्मा अन वादीऊँ बतिस्मो देई।
पसे वीं एक-दूजाऊँ केबा लागा, “जद्याँ वो गेला में आपाऊँ बाताँ कररियो हो अन पुवितर सास्तर को अरत आपाँने हमजारियो हो, तो कई आपणाँ मन में धिज्यो ने बन्द रियो हो?”
करेती अन अरब देस में रेबावाळा, ज्यामें यहूदी धरम मानबावाळा लोग-बाग अन कुई तो जनमऊँ यहूदी हा। पण आपाँ सब जणा परमेसर का अचम्बा में नाकबावाळा कामाँ ने आपणी-आपणी भासा मेंईस कस्यान हुणरिया हा?”
अन किंने तो अचम्बा का काम करबा को अन किंने तो परमेसर का आड़ीऊँ बोलबा को वरदान, किंने तो भली-बुरी आत्माने जाणबा को वरदान, किंने तो अलग अलग बोली बोलबा को वरदान, किंने तो वाँ बोल्याँ को मतलब बताबा को वरदान दिदो जावे हे।
वस्यानीस जीब भी वादी हे, ज्या आपणाँ अंग में एक बुरई की दनियाँ हे अन हारी देह पे कळंक लगावे हे अन हाराई जीवन में वादी लगा देवे हे। अन आ जीब भी आकरी में नरक की वादीऊँ बाळ दिदी जाई।
ईंका केड़े में एक ओरी हरग-दुत ने आकास का बचमें में ऊसे उड़तो तको देक्यो। वींके नके धरती पे रेबावाळा हाराई मनकाँ का वाते, हाराई देस, हारी बोली बोलबावाळा का वाते अन हाराई कुल का मनकाँ ने हुणाबा का वाते अनंत हव हमच्यार हो।