“‘परमेसर केवे के अन्त की टेम में अस्यो वेई के, मूँ आपणी आत्मा हारई मनकाँ में नाकूँ, थाँका बेटा-बेटी परमेसर का आड़ीऊँ बोलबा लाग जाई, थाँका मोट्यार मनक दरसावो देकी, अन भूण्डा-ठाड़ा लोग-बाग हपनो देकी।
ईं वाते अबे मसी में ने कुई युनानी कन यहूदी, खतनावाळा कन बना खतनावाळा, ने जंगली हाव-भाव, ने बना अकल अन ने गुलाम कन आजाद, रियो हे। अणामें कई फरक ने रियो हे बेस मसीइस हारोई हे अन अणा हाराई में भी वींइस हे।