41 ओ केन वणा वीं सबा ने खतम किदी।
काँके आज जो कई व्यो हे, वींऊँ आपीं हंगळा पे दोस लाग सके हे अन जो हुल्लड़ किदो हे, ईंऊँ बंचबा वाते आपाँ नके कुई बायनो कोयने हे।”
जद्याँ वटे हुल्लड़ ठम ग्यो, तो पोलुस चेला ने नके बलान धिजो बन्दातो तको वाँकाऊँ हिक लिदी, अन पछे मकिदुनिया में परोग्यो।