थाँ देक्यो अन हुण्यो भी हे के, बेस इपिसुस मेंईस ने, पण हंगळा आसिया का लोगाँ ने पोलुस ओ केन भोळाया हे के, जीं हाताऊँ घड्या तका देवताँ हे, वींमें परमेसर ने हे।
काँके वणा हाराई मनकाँ ने कुकरम का वासना को दाकरस पायो हे। अन ईं धरती का हाराई राजा वींके हाते कुकरम किदो। अन ईं धरती की हाराई लेण-देण करबावाळा, वींका भोगन विलास की वजेऊँ रिप्यावाळा वेग्या हा।”