15 पण हुगली आत्मा वाँने क्यो, “ईसू ने तो माँ जाणा अन पोलुस ने भी ओळका हाँ, पण थाँ कूण हो?”
“हे, नासरत का ईसू, थूँ मारा नकूँ कई छावे हे? कई, थूँ मारो नास करबा ने आयो हे? मूँ थाँने जाणूँ हूँ के, थूँ कूण हे, थूँ परमेसर को पुवितर मनक हे।”
वाँ घणा जणा ने नरी मांदकीऊँ हव किदा अन नरई जणा मूँ हुगली आत्माने बारणे काड़ी। ईसू वणा आत्माने कई ने केबा दिदो, काँके वी वाँने जाणती ही।
इस्किवा नाम का एक यहूदी मुक्या याजक के हात छोरा हा, जीं भी अस्यानीस करता हा,
अन जणी में हुगली आत्मा ही, वो वाँका पे जपट्यो अन वाँने हरा दिदा। वे नागा-पागा अन लोया-जाळ वेन वीं घरऊँ भागग्या।
अन थूँ विस्वास करे हे के, एकीस परमेसर हे, तो ओ हव हे। पण ओ विस्वास तो हुगली आत्मा भी करे, अन वींके आगे धूजे हे।