17 तद्याँ हंगळा लोगाँ परातना घर का मुक्या सोस्तिनेस ने पकड़न न्याव-गादी का हामे कुट्यो, पण राजपाल गलिया ईं बाताँ ने मन में ने लिदी।
जद्याँ पिलातुस न्याव की गाद्दी पे बिराज्यो तको हो तो वाँकी लुगई वींने ओ हमच्यार खन्दायो, “थूँ वणी धरमी मनक का मामला में भेळा मती रेज्ये। काँके में आज हपना में वाँका वाते घणो दुक जेल्यो हे।”
वीं दाण यहूदी परातना घर को एक मुक्यो हो, जिंको नाम याईर हो, वटे आयो अन ईसू ने देक्या, तो वो वींका पगाँ में पड़ग्यो
पाछो जी उठबा की बात ने हुणन कुई मनक रोळ करबा लागा, अन कुई तो क्यो “आ बात माँ पाच्छी हूणणो छावाँ हाँ”
तद्याँ वटे परातना घर के मुक्ये आपणाँ हंगळा परवार हमेत विस्वास किदो। ओ हुणन कुरिन्तुस नगर का नरई लोगाँ विस्वास किदो अन बतिस्मो लिदो।
पोलुस का आड़ीऊँ जिंने परमेसर आपणी मरजीऊँ ईसू मसी को खन्दायो तको चेलो बणाबा का वाते थरप्यो, में यो कागद, विस्वास में आपणो भई सोस्तिनेस की मदतऊँ
पण आपाँ तो वीं हूळी पे चड़ाया तका मसी का उपदेस देवा हाँ। एक अस्यो उपदेस ज्यो यहूदी का वाते ठोकर को मस हे अन ज्यो यहूदी ने हे वाँका वाते मुरकता हे।