“ओ कपटी, मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा अन फरीसियाँ, थाँने धिकार हे! थाँ मनकाँ का वाते हरग का राज को बारणो बन्द करो हो, ने तो थाँ खुद परवेस करो हो अन ने वींमें परवेस करबावाळा ने परवेस करबा देवो हो।
पण यहूदियाँ थोड़ाक फोगट्या मनकाँ ने आपणाँ आड़ी मला लिदा, अन भेळा वेन नगर में धामा-चोकड़ी मचाबा लाग्या अन वाँने हंगळा के हामे लाबा वाँते यासोन का घर पे हमलो कर दिदो।
बिरिया के पुरूस को छोरा सोपतरुस अन थिस्सुलुनिक्यों मेंऊँ अरिस्तखुस अन सिकन्दुस, अन दिरबे को गयुस अन आसिया का तुखिकुस अन तुरकियुस अन तिमुतियुस वींका हाते ग्या हा।
नरी दाण तो मूँ लम्बी जातरा पे ग्यो, नरी दाण खतरनाक नन्दयाँ, जबरा डाकूँऊँ, खुद का लोगाऊँ, ज्यो यहूदी ने हा वाकाँऊँ खतरा को सामनो किदो, नरी दाण नगरा में, समन्द में, काकड़ में, दिकावटी भायाँऊँ खतरा को सामनो किदो।