तद्याँ थरप्या तका, बुड़ा-ठाड़ा, हंगळी विस्वास्याँ की मण्डळ्याँ के हण्डे आपणाँ मूँ थोड़ाक मनकाँ ने चुणन पोलुस अन बरनबास के हाते अन्ताक्या खन्दाबा का वाते फेसलो किदो। अन वणा भायाँ मूँ जाणिता मनक, यहूदो जो बरसबा केवावे, सिलास ने चुणन वाँका हण्डे खन्दाया।
जद्याँ वाँने पोलुस अन सिलास ने मल्या, तो वीं यासोन अन कुई विस्वास्याँ ने पकड़न नगर का हाकमाँ का नके गड़ीन लान हाको करन केबा लागा, “अणा मनकाँ दनियाँ में उळट-पुळट किदी हे, अन वीं मनक अटे भी आग्या हे
बिरिया के पुरूस को छोरा सोपतरुस अन थिस्सुलुनिक्यों मेंऊँ अरिस्तखुस अन सिकन्दुस, अन दिरबे को गयुस अन आसिया का तुखिकुस अन तुरकियुस अन तिमुतियुस वींका हाते ग्या हा।
थाँ ओ भी जाणो हो के, थिस्सुलुनिक्यों आबाऊँ पेल्याँ फिलिप्पी नगर में माँ दुक उटायो अन बेजत व्या, पछे भी माँने परमेसर का आड़ीऊँ अस्यान की हिम्मत मली के, थाँने हव हमच्यार हूणावाँ।