38 जद्याँ अदिकारियाँ या बात हाकमऊँ जान क्यो तद्याँ या बात हुणन हाकम दरपग्या के, वीं रोमी हे।
अन वो वींने मारणो छातो हो, पण मनकाऊँ दरपतो हो काँके मनक वींने परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो मानता हा।
ईं वाते वणा वींने पकड़णो छायो, पण वीं मनकाऊँ दरपग्या, काँके मनक वींने परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळो मानता हा।
“जद्याँ मनक थाँने यहूदी पंचात में, हाकम का हामे अन अदिकारियाँ का हामे लेजाई, तो चन्ता मती करज्यो के, थाँ आपणो बचाव कस्यान करो कन थाँने कई केणो पड़ी।
जद्याँ दन व्यो तद्याँ हाकिमा अदिकारियाँ के हाते केन खन्दायो के वणा मनकाँ ने छोड़ दो।
तद्याँ जीं लोग वींने पूँछरिया हा वीं तरत वींका नकूँ पराग्या, अन सेनापती भी ओ जाणन दरपग्यो के, में एक रोमी मनक ने बन्दी बणायो हे।