21 अन अस्या रिति-रिवाज बतारिया हे, जणा ने मानणा अन करणा आपीं रोमी लोगाँ का नेमा के विरोद में हे।”
फरीसी ओ देकन वाँकाऊँ क्यो, “देक, थाँरा चेला वो काम करे हे, ज्यो आपणाँ मूसा का नेमा का हस्याबूऊँ आराम का दन करणो हव कोयने हे।”
पछे वटूँ माँ फिलिप्पी पूग्या, जो मकिदुनिया देस को मुक्य नगर हो अन रोमियाँ की वस्ती ही, अन वटे थोड़ाक दन रिया
वाँने अदिकारियाँ नके लेग्या अन क्यो, “ईं मनक जो यहूदी हे, आपणाँ नगर में माहोल खराब कररिया हे।
खासतोरऊँ ईं वाते के थूँ यहूदियाँ का हंगळा रिति-रिवाज अन विवाद ने जाणे हे, ईं वाते मूँ हाता-जोड़ी करूँ हूँ के, थूँ मारी बाताँ ने चेतो लगान हूणज्ये।”