हाराई सिरिया देस में वाँको हव हमच्यार फेलग्यो। ईं वाते लोग अस्या हाराई मनकाँ ने ज्यो तरे-तरे की मांदकीऊँ माँदा हा, जणामें हुगळी-आत्मा, जाँने मरगी का जोला आता हा, अन जीं लकवा का माँदा हाँ, वाँने ईसू का नके लाया अन ईसू वाँने हव किदा।
वाँकाणी वाँका हाते ओ लिकन खन्दायो, “अंताकिया, सिरिया अन किलिकिया में रेबावाळा जो यहूदी ने हे, वाँ विस्वास्याँ ने थाँका भई थरप्या तका अन बड़ाबा को नमस्कार।
पोलुस नरई दन तईं वटे रियो। पछे वटा का भई-बेनाऊँ हिक लिदी अन किंकरिया में टाट कड़ई, काँके वणी बोलमा बोली ही। अन जाँज में बेटन सिरिया में जाबा लागो, वींका हाते प्रिसकिल्ला अन अक्विला भी हा।
पण, आजाद नाम की एक मण्डली का मनक केवाया जो एक यहूदी परातना करबा के घर का मनक कुरेन, सिकन्दरिया, किलिकिया नगर अन आसिया परदेसऊँ आया यहूदी हाँ, वीं वींको विरोद करता तका बात-बच्यार करबा लागा।