24 माँ हुण्यो हे के, माकाँ मूँ कुई थाँका अटे आन, थाँने वाँकी बाताँऊँ घबरा दिदा अन मन ने पळट दिदा, पण माँ वाँने आग्या ने दिदी ही।
पछे थोड़ाक मनक यहूदियाँऊँ आन वाँने हिकावा लागा, “यद्याँ मूसा का रिति-रिवाजऊँ थाँको खतनो ने वेतो तो, थें बंचाया ने जाता”।
हाँचई कुई दूज्यो हव हमच्यार कोयने हे, पण बात आ हे अस्या थोड़ाक मनक हे, ज्यो थाँने भेंम में नाके हे अन ईसू मसी का हव हमच्यार ने बगाड़णो छारिया हे।
परबू में मने थाँका पे पूरो भरोसो हे के, थाँ दूजी कस्याई बच्यार ने मानो, पण जीं थाँने भटकाणा छावे हे, वो पलई कुई भी वे, वींने तो परमेसर जरुर सजा देई।
मूँ तो अस्यान छावूँ हूँ के, जीं मनक खतनो करबा का वाते जोर देवे हे, वीं खुद आपणाँ खतना का हाते-हाते आपणो अंग भी काट नाके।
जीं मूसा का नेमा को पालण करन धरमी बणणा छारिया हे, वीं मसीऊँ छेटी वेग्या हे अन परमेसर की दयाऊँ बारणे हे।
थाँरा मनकाँ ने, ईं बाताँ आद अवाड़ अन परमेसर का हामे चेतान केज्ये के, फोगट की बाताँ पे ने लड़े। अस्यान करणो हव ने हे, काँके वीं बाताँ हूणबावाळा का वाते नास की जड़ हे।
मसी का दसमण आपणाँ मेंऊँस बण्या हा, पण हाँची में वीं आपणाँ हाते कोयने हे, काँके यद्याँ वीं आपणाँ हाते वेता, तो आपाँने छोड़ता कोयने। पण वणा आपाँने छोड़ दिदा जणीऊँ वीं आपाँने ओ बता सके के, वीं हाँची में आपणाँ मेंऊँ कोयने।