सबद का दन थाँ मूसा की आग्या ने मानन जद्याँ थाँ मनकाँ को खतनो करो हो, तो थाँ भी तो सबद का दन काम करो हो। पण या रीत तो मूसा का पेल्याऊँ आपणाँ बड़ाबा की टेमऊँ चाली आरी हे।
तद्याँ थरप्या तका, बुड़ा-ठाड़ा, हंगळी विस्वास्याँ की मण्डळ्याँ के हण्डे आपणाँ मूँ थोड़ाक मनकाँ ने चुणन पोलुस अन बरनबास के हाते अन्ताक्या खन्दाबा का वाते फेसलो किदो। अन वणा भायाँ मूँ जाणिता मनक, यहूदो जो बरसबा केवावे, सिलास ने चुणन वाँका हण्डे खन्दाया।
वाँकाणी वाँका हाते ओ लिकन खन्दायो, “अंताकिया, सिरिया अन किलिकिया में रेबावाळा जो यहूदी ने हे, वाँ विस्वास्याँ ने थाँका भई थरप्या तका अन बड़ाबा को नमस्कार।
विस्वास्याँ की मण्डली का मनक वाँने खन्दाया। वीं फिनाके अन सामरिया देस में जाता तका, जो यहूदी ने हा वणा जस्यान विस्वास किदो, वो मण्डली में बताता ग्या, तो मण्डली का लोग ओ हुणन घणा राजी व्या।
वणा ओ हुणन परमेसर की मेमा किदी, पछे वींऊँ क्यो, “हे भई, थूँ देकरियो हे के, यहूदियाँ मूँ करतईं हजार मनकाँ विस्वास किदो, अन हंगळाईं मूसा का नेमा का नेमा ने आका मनऊँ मानबावाळा हे।
ज्यो मनक आपणी देह का रूप में हव दिकावो करे हे वीं थाँका पे खतनो कराबा को जोर देवे हे। वीं यो बेस ईं वाते करे हे के, वीं मसी की हूळी का परच्यार का मस हताया ने जावे।
हूँस्यार रेज्यो, कुई थाँने अकलऊँ अन धोकाऊँ आपणाँ गुलाम ने बणा ले, ज्यो मनकाँ का रिति-रिवाजऊँ अन दनियाँ की बाताँ के जस्यान तो हे, पण ईसू मसी के जस्यान कोयने।