वीं मांदे मनक वाँने जवाब दिदो के, “हो हुकम, मारा नके कुई मनक ने हे के, जद्याँ पाणी हलायो जावे, तो मने कुण्ड में उतारे, पण मारे उतरता-उतरता दूजाँ माराऊँ पेल्या उतर जावे हे।”
वाँ दनाँ में वटे एक जनमऊँ लंगड़ो मनक हो, जिंने लोग हरेक दन तोकन ले जाता हा अन मन्दर का सुन्दर नाम का बाणा पे बेटा देता हा, ताँके वो मन्दर में जाबावाळा लोगाऊँ भीक माँग सके।