ज्यो बाताँ में थाँकाऊँ किदी ही के, दास आपणाँ मालिकऊँ मोटो ने वेवे हे। वाँने आद राकज्यो। यद्याँ वणा मने हतायो हे, तो थाँने भी हताई। यद्याँ वणा मारी बाताँ मानी, तो थाँकी भी मानी।
पछे बरनबास वींने अन्ताक्या में लायो अन वीं मण्डली का लोगाँ में भेळा वेता हा अन नरई लोगाँ का समू ने हिकाता हा। अन्ताक्या मेंईस पेली दाण चेला “मसीही” केवाया।
जद्याँ सबा खतम व्यी, तो नरई यहूदी अन यहूदी धरम ने मान लिदा तका लोग भी पोलुस अन बरनबास का पाच्छे वेग्या। पोलुस अन बरनबास वाँकाऊँ बाताँ करता तका लोगाँ ने मनारिया हा के, वे परमेसर की करपा में बण्या रेवे।
अस्यान परमेसर का बचन दन-दूणा रात चोगुणा फेलतारिया अन यरूसलेम में चेला की मण्डली हेलीऊँ हेली वेबा लागी, अन याजकाँ का नरई लोग ईसू पे विस्वास करबा लागग्या।
अन यद्याँ आपाँ वींकी ओलाद हा, तो परमेसर का वारिस अन मसी का हाते पांतीदार भी हा। अन यद्याँ हाँची में आपाँ वींके हाते दक-सक में पांतीदार हा, तो वींके हाते आपाँने भी मेमा भी पांतीदार हा।
हो लाड़ला भायाँ, मूँ तो घणो छावतो हो के, थाँने वीं छूटकारा का बारा में लिकूँ, जिंका आपाँ पांतीदार हा। मने अस्यान भी लागे हे के, मूँ थाँने ईं बाताँ लिकन हिम्मत देऊँ जणीऊँ थाँ विस्वास में बड़ता रेवो, ज्यो विस्वास परमेसर का पुवितर मनकाँ ने दिदो ग्यो हो।
मूँ यहुन्नो ज्यो थाँको भई हूँ मूँ ईसू के दुक में, धीरज में अन राज में थाँको हण्डाळ्यो हूँ। मने देस निकाळो दिदो ग्यो, जिंकी वजेऊँ मूँ पत्तमुस नाम का टापू में हूँ। काँके मूँ परमेसर का वसन अन ईसू मसी की गवई थाँने देतो हो।
जो दुक थने जेलणो हे वणीऊँ मती दरप, काँके सेतान थाँका मेंऊँ घणा ने परकबा का वाते जेल में नाक देई। थने वटे दस दनाँ तईं दुक जेलणो पड़ी, पण थूँ हाँचो रेज्ये पलई थाँरी मोत ईं कानी वे जावे। तो मूँ थने जुग-जुग का जीवन को मुकट देऊँ।
में वणीऊँ क्यो, “हे मालिक, थाँ तो जाणोई हो।” तो वणा माराऊँ क्यो, “ईं वीं मनक हे जी कळेस जेलन आया हे अन अणा आपणाँ गाबा ने उन्याँ का लुईऊँ धोन धोळा किदा हे।