तद्याँ थाँ राजी वेज्यो अन आणन्द मनाज्यो, काँके हरग में थाँने ईंको फळ मली। यो वस्यानीस हे जस्यान थाँकाऊँ पेल्याँ परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा लोगाँ ने हताया हा।
मारा केवा को ओ मतलब हे के, वणा मण्डळ्याँ का मनकाँ ने परक्या ग्या हा, तद्याँ भी वीं राजी हा अन वीं गरीब वेता तका भी वीं देबा का मामला में खुला मनऊँ दिदो।