जद्याँ कसी जगाँ का मनक थाँने ने माने अन थाँकी बात ने हुणे, तो थाँ वा जगाँ छोड़ दिज्यो अन आपणाँ पगाँ को धूळो वटेई जाटक दिज्यो, तद्याँ या बात वाँका वाते चेतावणी रेई के, वाँका नास को कारण वीं खुदईस हे।”
‘थाँके नगर को धूळो जो माँके पगाँ पे लाग्यो हे वो माँ थाँका विरोद में थाँका हामे जाटक रिया हा। तद्याँ भी ओ आद राकज्यो के, परमेसर को राज थाँका का बचमें आ पूग्यो हे।’
जणी नगर में थाँकी आवभगत ने वेवे, वटूँ निकळता तका आपणाँ पगाँ को धूळो वटेईस जाटक दिज्यो, ताँके ईं बात को वाँने पतो पड़ जावे के, वाँका नास को कारण वे खुदईस हे।”
पण जद्याँ वीं विरोद करबा अन रिस्याँ बळवा लागा, तो पोलुस आपणाँ गाबा जाटकन वाँकाऊँ क्यो, “यद्याँ थाँ अबे नास वेवो तो, याँ जिमेदारी थाँकीस हे अन ईंका वाते मूँ जिमेदार ने हूँ। अबे मूँ जो यहूदी ने हे वाँका नके जाऊँ।”