“ओ कपटी, मूसा का नेमा ने हिकाबावाळा अन फरीसियाँ, थाँने धिकार हे! थाँ मनकाँ का वाते हरग का राज को बारणो बन्द करो हो, ने तो थाँ खुद परवेस करो हो अन ने वींमें परवेस करबावाळा ने परवेस करबा देवो हो।
तो वटने यहूदियाँ, जानी-मानी लुगायाँ जणी यहूदी धरम ने मान लिदो हो अन नगर का मुक्या ने उकसाया, तो वे पोलुस अन बरनबास पे अन्याव करन हताबा लागा अन दरपाता तका जोरावरीऊँ वाँने आपणाँ अटूँ बारणे निकाळ दिदा।
पण यहूदियाँ थोड़ाक फोगट्या मनकाँ ने आपणाँ आड़ी मला लिदा, अन भेळा वेन नगर में धामा-चोकड़ी मचाबा लाग्या अन वाँने हंगळा के हामे लाबा वाँते यासोन का घर पे हमलो कर दिदो।
पण जद्याँ वीं विरोद करबा अन रिस्याँ बळवा लागा, तो पोलुस आपणाँ गाबा जाटकन वाँकाऊँ क्यो, “यद्याँ थाँ अबे नास वेवो तो, याँ जिमेदारी थाँकीस हे अन ईंका वाते मूँ जिमेदार ने हूँ। अबे मूँ जो यहूदी ने हे वाँका नके जाऊँ।”
पण जद्याँ थोड़ाक लोग नसेड़ा वेन वींकी बात पे विस्वास ने किदो अन लोगाँ का हामे परमेसर का गेला का बारा में भलो-बुरो केबा लागा। तो पोलुस वाँने छोड़ दिदा अन चेला ने लारे ले लिदा अन पछे हर-दन तुरनुस नाम की पाटसाला में बात-बच्यार करतो रियो।
काँके थाँ अबाणू तईं दनियाँ का मनकाँ का जस्यान हो, ईं वाते थाँकामें रिस्याँ बलणो अन कळेस मोजुद हे, तो कई थाँ दनियाँ का सांसारिक मनक ने हो अन थाँ सांसारिक मनकाँ के जस्यान वेवार करो हो?
नरी दाण तो मूँ लम्बी जातरा पे ग्यो, नरी दाण खतरनाक नन्दयाँ, जबरा डाकूँऊँ, खुद का लोगाऊँ, ज्यो यहूदी ने हा वाकाँऊँ खतरा को सामनो किदो, नरी दाण नगरा में, समन्द में, काकड़ में, दिकावटी भायाँऊँ खतरा को सामनो किदो।
वीं मनक जी यहूदी ने हे, वाँने बंचाबा को हव हमच्यार हुणाबा का वाते आपाँने रोके हे। अस्यान करबाऊँ वाँका पाप को घड़ो भरियो हे अन परमेसर को परकोप वाँका पे आग्यो हे।
पण ईं मनक तो जणा बाताँ का बारा में जाणी कोयने वाँका बारा में भलो-बुरो केवे हे। ईं तो बना हमजवाळा जनावराँ का जस्यान हे, जीं आपणी मरजी का जस्यान करे हे। अस्यान करन ईं खुद को नास कररिया हे।