33 जो आपीं आपणाँ पूरबजाँ का बंस का हा, आपणाँ वाते परमेसर पूरो किदो हे। जस्यान के, भजनाँ की किताब का दूजाँ पाट में लिक्यो हे, “थूँ मारो बेटो हे, आजइस मूँ थारो बापू बण्यो हूँ।”
आगे जान जद्याँ वो मरिया तकाऊँ पाछो जी उठयो तो वाँका चेला ने यो आद आयो हो के, वाँकाणी ओ क्यो हो। अन वणा पवितर सास्तर अन वो बचन ने ज्यो ईसू क्यो, वींपे विस्वास किदो।
पण, परमेसर वींने मरिया केड़े पाछो जीवतो कर दिदो हो।
अन परमेसर वींने मरयाँ तकाऊँ जीवतो किदो, ताँके वींकी देह कदी हड़े कोयने। ईंका बारा में परमेसर अस्यान क्यो हो, “मूँ थने पुवितर वरदान देवूँ, जिंको में दाऊदऊँ वादो किदो हो।”
पण जणी ने परमेसर मरिया तकाऊँ पाछो जीवतो किदो, वींकी लास कदी ने हड़ी।
पण, परमेसर वींने मोत का दकऊँ छुड़ान पाछो जीवतो कर दिदो, काँके वाँका वाते ओ वे ने सके के, मोत वींने आपणाँ बस में राके।
अणीस ईसू ने परमेसर पाछो जीवतो कर दिदो, ईं बात का माँ हारई गवा हाँ।
पछे वो यहूदी परातना घर में पूगो अन तरत परच्यार करबा लागो के, “ईसू ईंस परमेसर को पूत हे।”
अणी तरियाँ मसी मायाजक बणबा की मेमा ने खुद गरण ने किदी, पण परमेसर वींने क्यो, “थूँ मारो बेटो हे, आज मूँ थाँरो बाप बण्यो हूँ।”