पाछो मूँ थाँकाऊँ केवूँ हूँ, यद्याँ थाँकाऊँ दो जणा धरती पे कणी एक बात का वाते एक मन वेन वींने मांगी, तो वो मारा बाप की ओरू ज्यो हरग में हे, वाँका वाते वेजई।
हेरोदेस पतरस ने पकड़न जेळ में नाक दिदो। वींके च्यार-च्यार सपायाँ का च्यार टोळा बणान पेरो लगवा दिदो। वींकी ईं मनसा ही के, फसे का तेवार केड़े वींपे लोगाँ के हामे मुकदमो चलाणो हो।
जद्याँ हेरोदेस मुकदमो चलाबा का वाते पतरस ने लाबा में हो, वीं रात पतरस दो सपायाँ के बचमें हूतो हो। वो दो हाकळाऊँ बन्दयो हो अन जेळ का बाना पे पेरादार रुकाळी कररिया हा।
अन यद्याँ थाँ भी थाँकी परातना में माँने आद करन मदत किदी तो जीं मनक माकाँ वाते अरज करे हे के, माकाँ पे परबू की दया वे, अन परमेसर ज्यो माकाँ वाते किदो हे वींका वाते वणा मनकाँ ने भी धन्नेवाद देबा को मोको मल जाई।
ईं वाते थाँ एक दूजाँ का हामे खुद का पाप ने मानलो अन एक दूजाँ का वाते परातना करता रेवो, जणीऊँ थाँ हव वे जावो। धरमी मनक की परातना घणी जोरवार अन असर करबाळी वेवे हे।