23 तरत परबू के हरग-दुत हेरोदेस पे वार किदो, काँके हेरोदेस परमेसर ने मान ने दिदो अन वींके किड़ा पड़ग्या अन वो मरग्यो।
लोगाँ जोरऊँ हारो करन क्यो, “आ तो कस्या देवता की अवाज हे, मनक की तो कोयने हे।”
पण, रात में परबुजी के एक हरग-दुत जेळ का कमाड़ा ने खोलन वाँने बारणे निकाळन क्यो,
यो मनक हाराई ने ज्याँने ईसवर अन मूरत्याँ जोगा बोले हे, वाँका हामे वेई अन खुदाखुद ने हाराऊँ मोटो मानी, अटे तईं वो परमेसर का मन्दर में बेटन खुदाखुद ने ईसवर मानी।