6 वींमें हारई तरे का जीव-जनावर हा, ज्यामें धरती का किड़ा-मकोड़ा अन आकास का उड़बावाळा जनावर हा।
जदी ईसू दूजी दाण वींकी आक्याँ पे हात मेल्यो, वणी आपणी आक्याँ पुरी तरियाऊँ खोल दिदी। वींने देकबा की तागत पाच्छी मलगी अन वो एकदम सई देकबा लागो।
पसे वणी किताब बन्द करन सेवा-चाकरी करबावाळा का हात में दिदी अन रेटे बेटग्यो अन परातना घर का हाराई मनक वींने देकबा लागा।
वींमें हारई तरे का जीव-जनावर हा, ज्यामें धरती का किड़ा-मकोड़ा अन आकास का उड़बावाळा जनावर हा।
जद्याँ मूँ यापा नगर में परातना कररियो हो तद्याँ एक दरसावो देक्यो। वींमें देक्यो के, एक मोटा चादरा जस्यान आकासऊँ कुई चीज धरती पे उतररी ही अन अस्यान लागरियो हो के, वींका च्यारई खुणा पकड़न कुई वींने उतार रियो हे। पछे वा चीज मारा नके आगी।
पछे मने एक अवाज हुणई, जो मने केरी ही, पतरस उठ अन आने मारन खा।
यहुन्ना की लारे-लारे पतरस भी वाँका दयने देकतो तको बोल्यो, “माकाँ दयने देक।”