तद्याँ वीं ईसू ने केफा का नकेऊँ रोमी राजपाल का दरबार में लेग्या अन भाग-फाट्याँ को टेम हो, पण यहूदी अदिकारी ज्यो वींने लेग्या हाँ वीं खुद दरबार मयने ने ग्या, ताँके असुद ने वेवे, पण फसे का तेवार को खाणो खा सके।
पतरस वाँने क्यो, “थाँ जाणो हो के, एक यहूदी के वाते ज्यो यहूदी ने हे वणीऊँ वेवार राकणो कन वाँका नके जाणो नेम को उल्टो हे। पण परमेसर मने बतायो के, मूँ किंने भी हुगलो अन असुद ने केवूँ।
ईं वाते अबे किंने यापा देस में खन्दा अन समोन नाम का जो पतरस केवावे हे वींने अटे बला ले। वो समोन नाम का एक चामड़ा का काम करबावाळा की लारे रेरियो हे, जिंको घर समन्द का कनारे हे।”
पण में ज्यो लिक्यो हो वो ओ हे के, कणी अस्या मनकऊँ वेवार मती राको ज्यो आपणाँ खुद ने मसी को विस्वासी केन भी कुकरमी, लोबी, मूरत्याँ पूजबावाळो, जूटी खबर देबावाळो, पीबावाळो, अन ठग वेवे। अस्या मनकाँ का हाते थाँ खाणो भी मती खावो।
काँके वो याकूब का आड़ीऊँ खन्दाया तका मनकाँ के आबाऊँ पेल्याँ वो जीं यहूदी ने हे वाँका हाते खातो-पितो हो, पण जद्याँ वीं आग्या तो वो वणा मनकाँऊँ दरपीन जीं ज्यो यहूदी ने हे वाँको खतना करणो छावता हाँ, वणा मनकाऊँ छेटी रेवा लागो।