15 जद्याँ में बचन हुणाबो सरू किदो, तो पुवितर आत्मा वाँका पे उतरग्यो, जस्यान सरू में आपाँ पे उतरियो हो।
जद्याँ पोलुस वणापे हात राक्यो, तो पुवितर आत्मा वाँके डिले आयो, अन वीं तरे-तरे की बोली ने अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबा लागा।
जद्याँ वणा परातना कर लिदी, तो वाँ जगाँ जटे वे अगेटा व्या हाँ, हालगी। अन वे हारई पुवितर आत्माऊँ भरग्या अन परमेसर का वसना ने बना दरप्याई हुणाबा लागग्या।
पछे पतरस यापा मेंईस समोन नाम का एक चामड़ा को काम करबावाळा के घरे नरई दनाँ तईं रियो।