वीं मनक माँने बतायो के, एक हरग-दुत ने आपणाँ घर में ऊबो तको देक्यो हो। जो केरियो हो के, “थूँ किंनेई यापा नगर में खन्दान समोन जिंको नाम पतरस भी हे, वींने अटे बलईदे।”
वे जद्याँ वरत करता तका परबू की मेमा कररिया हा, तद्याँई पुवितर आत्मा क्यो, “बरनबास अन साउल ने जीं काम के वाते में बलाया हा, वीं काम के वाते वाँने न्यारा कर दो।”
पुवितर आत्मा अन लाड़ी केवे हे, “आ।” अन ज्यो ईंने हुणे हे, वीं भी केवे, “आ।” अन ज्यो तरियो हे वो भी आवे अन ज्यो कुई छाई, वो जीवन को पाणी फोकट में पिया करी।