11 वणीस दाण जटे मूँ रूक्यो तको हो, वीं घर में तीन जणा आया, ज्याँने मारा वाते केसरियाऊँ खन्दाया ग्या हा।
ईसू केसरिया देस का फिल्लिपी नगर का नके आयो अन आपणाँ चेलाऊँ पूँछबा लागो, “लोग-बाग मनक का पूत का बारा में कई केवे हे?”
तीन दाण अस्यानीस व्यो अन वीं चिजाँ पाच्छी आकास में उठा लिदी गी।
फिलिपुस खुद ने असदोद नगर में पायो अन हारई नगराँ में हव हमच्यार को परच्यार करतो तको केसरिया नगर में परोग्यो।