ईं वाते में तरत थने बलाबा खन्दाया अन थें अटे आन हव काम किदो। तो अबे परमेसर की मोजुदगी में माँ वो हारई हुणबा के वाते त्यार हा, जो परबू थने आदेस दिदो हे।
लिद्दा देस यापा नगर का भडे़ई हो। तो चेला जद्याँ ओ हुण्यो के पतरस लिद्दा में हे, तो वाँकाणी वींका नके दो मनक खन्दाया ताँके वीं वींऊँ अरज करे, “करपा करन, हट माकाँ नके आजा।”
जद्याँ परमेसर की मरजी वीं के, मारा में वींका पूत ने परगट करे अन मूँ ज्यो यहूदी ने हे वणामें वींको हव हमच्यार हूँणऊँ तो वणी दाण में ईं बात पे कणी मनकऊँ सला ने लिदी।