17 पतरस जो दरसावो में देक्यो हो, वींका वाते वो होचरियो हो, जद्याँई कुरनेल्युस का खन्दाया तका मनक पतो पूँछता तका बारणा पे आग्या।
जद्याँ वो वाँका पगा ने धो चुक्यो अन आपणाँ कोट पेरन पाछो आपणी जगाँ पे बेटग्यो, तो वो वणाऊँ केबा लागो, “कई में ज्यो किदो वींका बारा में थाँ हमज्या?
वे दन का तीजा पेर में एक दरसावो में देक्यो के, परमेसर को एक हरग-दुत वाँका नके आयो हे अन वींने केरियो हे, “ओ कुरनेल्युस।”
वीं हारई जणा अचम्बा पड़ग्या अन घबराग्या, एक-दूजाऊँ पुछ रिया हा के, “ओ हारोई कई वेरियो हे?”
मूँ होचरियो हो, के अणा बाताँ को पतो कस्यान लगऊँ, ईं वाते में वणी मनकऊँ पूँछ्यो, ‘कई थूँ थाँरा पे लागा तका दोस को राजिपो कराबा वाते यरूसलेम जाबा ने त्यार हे?’
जद्याँ मन्दर का पेरादाराँ का मुक्या अन याजकाँ ईं बाताँ हूणी, तो वीं वाँका बारा में चक्कर में पड़न होचबा लागा के, “अबे कई वेई?”
दमिसक में एक हनन्या नाम को एक विस्वासी रेतो हो। परबुजी वींने दरसावो देन क्यो, “हनन्या”। तो वो बोल्यो, “परबू, मूँ अटे हूँ।”
पछे पतरस यापा मेंईस समोन नाम का एक चामड़ा को काम करबावाळा के घरे नरई दनाँ तईं रियो।
अन वीं परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा मसी की आत्माऊँ यो भी जाणे हे के, मसी पे दुक आबावाळो हे अन वणी दुक का केड़े वींकी मेमा भी वेई। वाँ आत्मा वाँने बतावे हे के, ईं बाताँ कदी वेई अन तद्याँ ईं दनियाँ को कई वेई।