अबे देक परबू को हात थाँरा दयने आरियो हे। थूँ आन्दो वे जाई अन थोड़ाक दनाँ तईं दन को उजितो भी ने देक सेकी।” तरत वींने धुधळो दिकबा लागो अन अन्दारो पड़ग्यो, वो अटने-वटने हात लाम्बो करबा लागो के, कुई वींको हात पकड़न वींने चलावे।
ईं हिकबावाळा यन्नेस अन यमब्रेस का जस्यान हे, जणा मूसा को विरोद किदो हो, वस्यानीस ईं मनक हाँच को विरोद करी, ईं अस्यान का मनक हे जणाकी अकल मरगी हे अन ईं विस्वास में ने बण्या रे सकी।