1 ओ ध्यान राको, आकरी का दनाँ में आपणाँ पे घणो अबको टेम आई।
अस्यान को टेम आरियो हे जद्याँ मनक हव हिक ने, ने हूणी, पण ईंकी अलावा वीं आपणाँ वाते अस्यान का हिकाबावाळा होद लेई, जीं वाँने वीं बाताँइस हिकाई जस्यी हूणणी वाँने हव लागे हे।
अणीऊँ पेल्याँ थाँने ओ जाण लेणो छावे के, आकरी दनाँ में दाँत काड़बावाळा अन मजा करबावाळा आई अन आपणी बुरी मरजी का जस्यानीस करी।
हो मारा प्यारा बाळकाँ, जस्यान थाँ जाणो हो के, आकरी टेम आगी हे अन मसी को दसमण भी आबावाळो हे। ईं वाते वींकी जस्यान नरई मसी का दसमण बणग्या हे, ईं वजेऊँ आपाँ जाण सका हाँ के, आकरी टेम नके हे।
हो लाड़ला भायाँ, थाँ वणा बाताँ ने आद राकज्यो, ज्याँने थाँका नके परबू ईसू मसी का थरप्या तका चेला पेल्याँई बता दिदी ही।
वणा थाँने क्यो हो के, “आकरी का दनाँ में अस्यान का मनक भी आई, जी परबू अन वाँका मनकाँ की मजाक उड़ाई अन वीं आपणी बुरी मरजी का जस्यान चाली।”