मूँ ओ केवूँ हूँ काँके जूटा मसी अन जूटा मनक परमेसर का आड़ीऊँ बोलबा का वाते ऊबा वेई अन अस्या अस्या नरोगा हेन्याण बताई अन अचम्बावाळा काम केरी के, वीं चुण्या तका ने भी भटका देई।
परमेसर अस्यान होच-हमजन ते कर राक्यो हो के, अणी दनियाँ का मनक आपणाँ ग्यानऊँ परमेसर ने ने जाण पाई, तो परमेसर ने ओ बड़िया लागो के, ईं तरिया परच्यार का जरिये ज्यो आपाँ कराँ हा, ज्यो परच्यार दनियाँ का मनकाँ की नजराँ में मुरकता हे, ईंपे विस्वास करबावाळा मनकाँ ने बचावे।
अन यद्याँ माँ कळेस भोगा हाँ तो थाँकी हिम्मत अन थाँने बंचाबा का वाते भोगा हाँ अन माँ राजी हा काँके थाँ राजी हो अन थाँको राजी रेणोइस थाँने धीरज का हाते वणा कळेस ने भोगबा का वाते हिम्मत देवे हे ज्यो आपाँ भोगा हा।
जटा तईं मारी बात हे तो, मारा नके ज्यो कई भी हे, वींने थाँका वाते राजी वेन खरच करूँ अटे तईं के, मूँ खुद ने भी थाँका वाते दी देऊँ। यद्याँ मूँ थाँकाऊँ घणो परेम करूँ हूँतो थाँ कई माराऊँ कम परेम करो?
वाँ बात परमेसर जिंका पे परगट करणो छारिया हो, वाँने ध्यान वीं जावे के, वीं परमेसर की मेमा को मोल हाराई मनकाँ में कई हे, अन वाँ बात आ हे के, मसी ज्यो मेमा की आस हे वाँ थाँकामें बणी तकी रेवे हे।
अन ईं बंचबा का वाते जणी हव हमच्यार की, में थाँने हिक दिदी ही, वणी का आड़ीऊँ परमेसर थाँने बलाया हे, ताँके थाँ भी आपणाँ परबू ईसू मसी की मेमा में भेळा वेवो।
मूँ पोलुस, ज्यो परमेसर की मरजीऊँ ईसू मसी को थरप्या तको खास चेलो हूँ, जिंने परमेसर वणी जीवन को परच्यार करबा का वाते खन्दायो, जणी जीवन ने परमेसर ईसू मसी में देबा को वादो किदो हे।
मूँ ईसू मसी का नामऊँ थरप्यो तको परमेसर को दास पोलुस, ओ कागद तीतूस ने लिकरियो हूँ। मने परमेसर का चुण्या तका मनकाँ ने विस्वास में बडाबा का वाते खन्दायो हे, जणीऊँ वीं हाँच ने जाणन हाँचो जीवन जीवे।
एक टेम ही, जद्याँ थाँ वाँकी परजा ने हा, पण अबाणू थाँ परमेसर की परजा हो। एक टेम ही जद्याँ थाँका पे परमेसर दया ने किदी ही, पण अबाणू वीं थाँका पे दया करे हे।