मूँ एक यहूदी मनक हूँ, अन किलिकिया देस का तरसूस नगर में मारो जनम व्यो, पण अणी नगर में गमलियल मारसाब का अटे भण्यो जस्यान के, बापदादा की वेवस्ता ने बड़या तरियऊँ हिक्यो, अन परमेसर का वाते अस्यी धुन लगई ही, जस्यान थाँ आज लगई मेली हे।
पण मूँ थाँरा हामे ओ मानूँ हूँ के, जिंने ईं पन्त केवे हे अन खोटो केवे हे, वींका रिति-रिवाजऊँ मूँ आपणाँ बापदादा का परमेसर की सेवा-चाकरी करूँ हूँ, अन जीं बाताँ वेवस्ता अन परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा की किताबाँ में लिकी हे, वीं हारी पे मूँ विस्वास करूँ हूँ।
माँ आ बात मेपणोऊँ अन साप हरदाऊँ के सका हाँ के, माँ ईं दनियाँ का हाते अन खासतोरऊँ थाँका हाते परमेसर की दया के जस्यान चाल्या हा अन हव तरियाऊँ अन हाँच का हाते चाल्या हा ज्यो परमेसर का आड़ीऊँ मले हे ईं दनियाँ की अकलऊँ ने मले हे।
मूँ थाँरा हाँचा विस्वास ने भी आद करूँ हूँ, अस्यान कोईस विस्वास थाँरी नानी लोइस अन थाँरी बई युनीके में हो, अन मूँ ईं बात वाते पाको हूँ के, वोईस विस्वास थाँरा में भी हे।