परमेसर वींनेईस राजा अन छुड़ाबावाळो मानन आपणाँ जीमणा पाल्डे बेटा दिदो हे, ताँके इजराएली लोग ने आपणो पापाऊँ मन बदलबा को मोको मले अन परमेसर वाँका पापाँ ने माप करे।
पण जिंने हमेस्यान बण्या रेबावाळा परमेसर की आग्याऊँ परमेसर की आड़ीऊँ बोलबावाळा का लेकाँ का जरिये ज्यो यहूदी ने हे, वाँ हाराई मनकाँ में परगट करन बता दिदो ग्यो हे जणीऊँ वीं विस्वास करन आग्या माने।
काँके आपाँ ओ जाणा हा के, आपाँ आपणो पुराणो जीवन ईसू का हाते हूळी पे चढा दिदो हो, ताँके पापऊँ भरी आपणी देह नास वे जावे। अन आपाँ आगे पाप का दास ने बण्या रे सका।
ईं वाते जद्याँ तईं परबू ने आवे वणीऊँ पेल्याँ किंको भी न्याव मती करो। वीं तो अदंकार में हपी तकी बाताँ ने भी उजिता में दिकाई अन मना की बाताँ भी हामे लाई अन वणी दाण परमेसर का आड़ीऊँ हरेक की बड़ई वेई।
आपाँ ईं देह में रेता तका बोजऊँ टसका लेरिया हाँ, ईंकी वजे आ हे के, आपाँ आपणी देह ने बदलणी ने छावाँ पण ईं देह में हरग को जीवन जीवणो छावाँ हाँ जणीऊँ ज्यो मरबा को जीवन हे वो जुग-जुग को जीवन वे जाई।
अन थाँका मन की आक्याँ खुल जावे ताँके थाँने पतो चाल जावे के वा आस कई हे, जिंका वाते थाँने वणा बलाया हे। अन जणी हक ने वो आपणाँ हारई पुवितर लोगाँ ने देई, वो कतरो मोटो अन अनमोल हे।
मूँ पोलुस, ज्यो परमेसर की मरजीऊँ ईसू मसी को थरप्या तको खास चेलो हूँ, जिंने परमेसर वणी जीवन को परच्यार करबा का वाते खन्दायो, जणी जीवन ने परमेसर ईसू मसी में देबा को वादो किदो हे।
अन अबे वटे परमेसर का हाते जीत को ईनाम मारी वाट नाळरियो हे, जिंने धरमी अन खरा न्याव करबावाळा परबू आकरी दन में मने देई। मने एकला नेईस ने, पण वाँ हाराई ने भी ज्यो परेम का हाते वींके परगट वेबा की वाट नाळे हे।
मूँ समोन जिंको नाम पतरस भी हे, ज्यो परबू ईसू मसी को दास अन थरप्यो तको चेलो हे, मूँ ओ कागद वाँ मनकाँ का नाम लिकरियो हूँ, जीं आपणाँ परमेसर अन छुटकारो देबावाळो ईसू की धारमिकता के वजेऊँ आपणे जस्यानीस विस्वास करे हे।
जीवन जीवबा का वाते अन परमेसर की सेवा करबा का वाते जो कई भी आपणे छावे हे, वो हारोई परमेसर आपणी तागतऊँ आपाँने दिदो हे। काँके आपाँ वींने जाणा हाँ, जणी आपणी धारमिकता अन मेमा की वजेऊँ आपाँने बलाया हे।
अन जद्याँ ईं मनक छुटकारो देबावाळा परबू ईसू मसी का बारा में जाणबा का केड़े भी अन ईं दनियाँ की बुरई मेंऊँ निकळबा का केड़े पाच्छा वीं बुरई में जावे हे तो वणा मनकाँ के दसा पेलाँ की दसाऊँ भी हेली बुरी वेई।
जणीऊँ थाँ वीं बाताँ ने जी परमेसर का आड़ीऊँ बोलबावाळा पुवितर मनकाँ पेल्याँई क्यो हो, वाँने थाँ आद कर सको अन आपणाँ छुटकारो देबावाळा परबू ईसू मसी की आग्या ने, अन जो थाँका खासतोर थरप्या तका चेला थाँने जो आग्या दिदी ही, वाँको थाँ ध्यान कर सको।
वीं जीवन को ग्यान आपाँने करायो ग्यो। आपाँ वींने देक्यो। आपीं वींका गवा हा अन अबे थाँने भी वींके बारा में बतावा हाँ, ज्यो बापू परमेसर का हाते हे अन आपाँ पे परगट व्यो हो।
जिंके कान्दड़ा हे वीं हुणीलो के, आत्मा मण्डळ्याऊँ कई केवे हे। ज्यो भी बुरईऊँ जिती मूँ वींने परमेसर का बाग में जीवन का रूँकड़ा का लाग्या तका फळ खाबा को हक देऊँ।
पुवितर आत्मा अन लाड़ी केवे हे, “आ।” अन ज्यो ईंने हुणे हे, वीं भी केवे, “आ।” अन ज्यो तरियो हे वो भी आवे अन ज्यो कुई छाई, वो जीवन को पाणी फोकट में पिया करी।