हो मारा भायाँ, मूँ थाँकाऊँ अरज करूँ हूँ के, थाँने ज्या हिक मली, वींके खिलाप में थाँकामें फुट नाकबावाळा अन दूजाँ का विस्वास ने बगाड़बावाळाऊँ छेटी रेज्यो।
पण में ज्यो लिक्यो हो वो ओ हे के, कणी अस्या मनकऊँ वेवार मती राको ज्यो आपणाँ खुद ने मसी को विस्वासी केन भी कुकरमी, लोबी, मूरत्याँ पूजबावाळो, जूटी खबर देबावाळो, पीबावाळो, अन ठग वेवे। अस्या मनकाँ का हाते थाँ खाणो भी मती खावो।
हो विस्वासी भायाँ, माँ थाँने परबू ईसू मसी में ओ आदेस देवा हा के, हरेक अस्या मनकाऊँ छेटी रेज्यो जीं आळकातक हे अन ज्या हिक माँ वाँने दिदी हे वींके जस्यान ने करे।
आपणाँ आत्मिक मुक्या को भरोसो करो अन वाँके बंस में रो। वीं परमेसर का हामें थाँको लेको देबावाळा का जस्यान वीं जागता तका थाँके जीव की रुकाळी करे हे। अन यद्याँ वस्यानीस करो, तो वीं यो काम राजी वेन करी, पण थाँ वस्यान ने करो, तो वीं यो काम दकऊँ करी। अन अणीऊँ थाँको कई नफो ने वेई।