अन तिमुती ने ज्यो मसी का हव हमच्यार में मारो विस्वासी भई अन परमेसर को दास हे वींने थाँका नके खन्दावाँ जणीऊँ वो थाँने पाका करे अन विस्वास का बारा में हमजावे अन थाँकी हिम्मत बड़ावे।
अलग अलग तरियाँ का अणजाणी हिकऊँ भटको मती, काँके थाँका मन का वाते यो हव के, वो खाबा-पिबा की नेमा का बजाए दयाऊँ मजबूत बणे। अन जणा खाबा-पिबा का नेमाने मान्याँ वणाऊँ वाँको कदी भलो कोनी व्यो।