वणा मनकाँ परमेसर का ग्यान ने ओळकणो किमती ने हमज्या, ईं वाते परमेसर भी वाँने वाँकी फालतू मरजी का जस्यान छोड़ दिदा। अन वीं हूँगला काम करबा लागग्या, ज्याँने करणा सई ने हे।
विस्वास करबा की वजेऊँ आपाँ ओ जाण सका हा के, परमेसर की आग्याऊँईस ईं बरमाण्ड की रचना वीं हे। ईं वाते, ईं हाराई दिकबावाळी चिजाँ, दिकबावाळी चिजाँऊँ ने बणी हे।