आपाँ वणा काम ने जणीऊँ हरम आवे हे, वाँने कोयने कराँ हाँ। अन ने आपाँ कपट राका हाँ अन नेई आपाँ परमेसर का बचन में गाल-गसोळ करा हाँ। पण आपाँ तो हाँच ने खुला रूपऊँ लोगाँ का हामे बतावा हाँ अन परबू का हामे खुद खरा बणा हाँ।
अन परमेसर खासकर वणा मनकाँ ने दण्ड देई, जीं बुरी मनसा का गेले चालन देह का जस्यान चाले हे अन परमेसर की माहनताऊँ नपरत करे हे। अस्यान का मनक बेकार अन टगीला हे अन ईं हरग की ताकता को भी अपमान करबाऊँ भी ने दरपे हे।