पण थाँ आपणाँ गाटा अन कदी पछतावो ने करबावाळा मन के वजेऊँ परमेसर का गुस्सा ने आपणाँ वाते त्यार कररिया हो। वो गुस्सो थाँरा पे वीं दन पड़ी जदी परमेसर को हाँचो न्याव परगट वेई।
थाँ कदी भी अस्यी परिकसा में ने नाक्या जावो ज्याँ थाँके सेण करबाऊँ बारणे हे। परमेसर तो हाँचा हे। वीं थाँने थाँकी सेण करबा की तागतऊँ हेला परकबा ने देई अन थाँने परिकसा का हाते वणीऊँ बंचबा को गेलो भी बताई ताँके थाँ वींने सेण कर सको।
काँके परमेसर वणा हरग दुताँ ने जी पाप करिया हा, वाँने भी ने छोड़्या अन वाँने पाताळ में अंदारा की कोटड़ी में नाक दिदा हे, ताँके वीं न्याववाळा दन तईं वटे पड़्या रे।
पण आज जा धरती अन आकास आपाँ देकाँ हा, वींके आग्या का वजेऊँ वादीऊँ नास वेबा वाते ठमी तकी हे। ईंने वीं टेम का वाते ठाम मेली हे, जद्याँ तईं पापी मनकाँ को न्याव ने जावे अन वाँको नास ने कर दिदो जावे।