वींकी दया जस्यान आपाँने ज्यो अलग अलग वरदान मल्या हे। जस्यान किंने परमेसर का आड़ीऊँ बोलबा को वरदान हे, तद्याँ वो आपणाँ विस्वास का जस्यान परमेसर का आड़ीऊँ बोले।
टेम ने देकता तका थाँ अस्यान करो, काँके थाँ जाणग्या हो के, नींदऊँ जागबा की टेम आगी हे। अन जद्याँ आपाँ विस्वास किदो हो, वीं टेमऊँ का हस्याबूँ आपणो छुटकारो अबाणू हेलो नके हो।
काँके आपाँ ओ जाणा हा के, आपाँ आपणो पुराणो जीवन ईसू का हाते हूळी पे चढा दिदो हो, ताँके पापऊँ भरी आपणी देह नास वे जावे। अन आपाँ आगे पाप का दास ने बण्या रे सका।
ओ जाणन के, मूसा का नेम धरमी मनकाँ का वाते ने पण अधरम्याँ, केणो ने करबावाळा, परमेसर ने ने मानबावाळा, पापी, अपुवितर, असुद, बई-बापू को बुरो करबावाळा, हत्यारा,