“मने मारा बापू हारोई हूँप दिदो हे अन कुई भी ने जाणे हे के, बेटो कूण हे? अन बाप अन बेटो कूण हे? यो भी कुई ने जाणे हे कन पसे वाँके अलावा ज्याँने बेटो बताणो छारियो हे।”
तो जद्याँ में क्यो के, मूँ परमेसर को बेटो हूँ। तो थाँ क्यो, ‘मूँ परमेसर की नन्दयाँ करूँ हूँ।’ पण मूँ तो वोईस हूँ, जिंने परमेसर चुणन ईं दनियाँ में खन्दायो हे।
हो बापू, मारी या अरज हे के, वीं हाराई एक वेवे, जस्यान मूँ थाँकामें हूँ अन थाँ मारा में हो, वस्यानीस वीं भी आपाँ में एक वेवे, जणीऊँ दनियाँ विस्वास करे के, थाँ मने खन्दायो हे।
ईसू वींने क्यो, “मारे हात मती लगा, काँके मूँ अबाणू बाप का नके ने ग्यो हूँ। पण, मारा भायाँ का नके जान वाँने के दे के, ‘मूँ मारा बाप अन थाँका बाप अन मारा परमेसर अन थाँका परमेसर का नके ऊपरे जारियो हूँ।’ ”
काँके परमेसर माराऊँ लाड़ राके हे अन ज्यो ज्यो काम वो खुद करे हे, वीं हाराई मने बतावे हे अन वो अणीऊँ भी मोटा-मोटा ने मने करबा का वाते देई। तद्याँ थाँ देकन अचम्बो करो।
वीं खाणा वाते मेनत मती करो, ज्यो वासी जावे हे। पण वीं खाणा का वाते मेनत करो, ज्यो अनंत जीवन का वाते हे। अन यो खाणो मनक को पूत थाँने देई, काँके परमेसर वींने यो अदिकार दिदो हे।”
वो बेटो परमेसर की मेमा को उजितो हे अन जस्यान परमेसर का लकण हे, वस्यानीस वींका भी लकण हे। वो हारी चिजाँ ने आपणाँ जबरा बचनाऊँ हमाळी राके हे। मनकाँ का पापाँ ने माप करन वो हरग में जान मेमामय परमेसर का जीमणे पाल्डे बेटग्यो हे।
यहूदो ज्यो ईसू मसी को दास अन याकूब को भई हो, वींका आड़ीऊँ ओ कागद वणा मनकाँ का नाम ज्याँने परमेसर बलाया हे अन वीं ज्याकाँऊँ परमेसर परेम राके हे अन ज्याँने ईसू मसी बंचान राक्या हे।