9 ज्यो मनक परबू की हिकऊँ न्यारो वे जावे हे, वो परमेसर का नके ने जा सके, पण ज्यो भी मनक मसी की हिक ने माने हे, वींके नके बापू परमेसर अन वींको बेटा दुई रेवे हे।
“मारा परम बापू मने हारोई हूँप्यो हे, परमेसर के अलावा कुई बेटा ने कोयने जाणे हे, अन ने कुई बेटा के अलावा परमेसर ने जाणे हे, पण अबे वीं मनक परमेसर ने जाणे हे जाँने बेटो बतावे हे।
“मने मारा बापू हारोई हूँप दिदो हे अन कुई भी ने जाणे हे के, बेटो कूण हे? अन बाप अन बेटो कूण हे? यो भी कुई ने जाणे हे कन पसे वाँके अलावा ज्याँने बेटो बताणो छारियो हे।”
ईं वाते हाराई लोग-बाग जस्यान परमेसर को आदर-मान करे हे वस्यानीस मारो भी आदर-मान केरी। ज्यो मारो आदर-मान ने करे हे, वीं वणा परमेसर को भी आदर-मान ने करी, जणा मने खन्दायो हे।
मसी का बचना ने आपणाँ हरदा में नराऊँ-नरा वसबा दो अन हाराई ग्यानऊँ एक दूजाँ ने हिकावो अन हेंचेत करता रेवो। थाँका हरदाऊँ परमेसर को धन्नेवाद करता तका भजन, बड़ई का गीत अन आत्मिक गीत गाता रेवो।
ईं वाते आवो, मसी की हिक की सरुआत की बाताँ ने छोड़न आपाँ पाका वेबा का वाते आगे बड़ता जावा। अन आपाँ सरुआत की हिक की नीम पाच्छी ने नाका, जस्यान के, मोत का आड़ी लेजाबावाळा कामाँऊँ मन फेरणो, अन परमेसर पे विस्वास करणो,
माँ वींने देक्यो अन हुण्यो हे। अन अबे थाँकामें भी वींके बारा में परच्यार करा हाँ, जणीऊँ थाँ भी मारा हाते भेळा वे जावो। काँके आपाँ परम बापू अन वींकी बेटा ईसू मसी का हाते भेळा हा।