अन माँ खुद को परच्यार ने कराँ हाँ पण परबू का रूप में ईसू मसी को परच्यार कराँ हाँ अन माँ माकाँ बारा में तो अस्यान केवाँ हाँ के, माँ ईसू का मस थाँका दास हाँ।
मसी का बचना ने आपणाँ हरदा में नराऊँ-नरा वसबा दो अन हाराई ग्यानऊँ एक दूजाँ ने हिकावो अन हेंचेत करता रेवो। थाँका हरदाऊँ परमेसर को धन्नेवाद करता तका भजन, बड़ई का गीत अन आत्मिक गीत गाता रेवो।
मूँ थाँरा हाँचा विस्वास ने भी आद करूँ हूँ, अस्यान कोईस विस्वास थाँरी नानी लोइस अन थाँरी बई युनीके में हो, अन मूँ ईं बात वाते पाको हूँ के, वोईस विस्वास थाँरा में भी हे।
हो भूण्डा मनकाँ, मूँ थाँने ईं वाते लिकूँ हूँ, काँके थाँ परमेसर ने जाण लिदा हे, जीं सरुवातऊँ हे। हो मोठ्याराँ, मूँ थाँने ईं वाते लिकूँ हूँ, काँके थाँ जोरावर हो, थाँ परबू का बचन ने मानो हो अन बुरई ने भी छेटी कररिया हो।