13 काँके थाँकी ईं सेवाऊँ वीं परमेसर ने मेमा देई, अन अणीऊँ ओ दिके हे के, थाँ मसी का हव हमच्यार ने मानन वींके गलेइस चालो हो अन वाँकी अन हाराई ने मदत करबा का वाते खुला मनऊँ दान देवो हो।
विस्वास्याँ जद्याँ ओ हुण्यो, तो वे छाना-माना वेग्या अन परमेसर की मेमा करता तका केबा लागा, “आ हव बात हे, परमेसर जो यहूदी ने वाँने भी पापऊँ मन बदलबा को अन नुवो जीवन पाबा को मोको दिदो हे।”
तो पछे मोटी सबा का लोगाँ वाँ दुई जणा ने तापड़न छोड़ दिदा। वाँने सजा देबा को कई भी मोको ने मल्यो हो, काँके जो भी व्यो, वींका वाते लोग-बाग परमेसर की मेमा गारिया हाँ।
जद्याँ किंने दूजाँ ने हिम्मत बडाबा को वरदान मल्यो हे तो वो हिम्मत बड़ावे। जद्याँ किंने दान देबा को वरदान मल्यो हे तो वो खुला मनऊँ दान देवे। जद्याँ किंने अगुवाई करबा को वरदान मल्यो हे तो वो मन लगान अगुवाई करे, अन जद्याँ किंने दया करबा को वरदान मल्यो हे तो वो राजी मनऊँ दया करे।
पण जिंने हमेस्यान बण्या रेबावाळा परमेसर की आग्याऊँ परमेसर की आड़ीऊँ बोलबावाळा का लेकाँ का जरिये ज्यो यहूदी ने हे, वाँ हाराई मनकाँ में परगट करन बता दिदो ग्यो हे जणीऊँ वीं विस्वास करन आग्या माने।
अन माँ वणा ओजाराँऊँ लोगाँ का गुमानऊँ भरिया तका सवाला अन बाताँ ने ज्यो परमेसर का ग्यान का विरोद में वेवे हे, वाँने बंस में करन मसी की आग्या में लावाँ हाँ।
थूँ विस्वास की दोड़ में पूरो मन लगान दोड़, अन खुद का वाते जुग-जुग को जीवन जीत, जिंका वाते थने परमेसर बलायो हो, जिंने थें मेपणा का हाते थाँरा विस्वास ने नरई गवा का हामे दिकायो हो।
पण थाँ तो अस्या मनक कोयने हो, थाँ तो परमेसर का थरप्या तका मनक हो, थाँ रजवाड़ी याजकाँ की टोळी अन पुवितर परवार का हो, परमेसर थाँने अंदारा का राज मेंऊँ अचम्बावाळा उजिता में लाया हे, जणीऊँ थाँ परबू का अचम्बावाळा काम का बारा में बता सको।
जद्याँ कुई उपदेस हुणावे तो वींने अस्यान हूणाणो छावे जस्यान के, वो परमेसरऊँ मल्या तका बचन ने हुणारियो वेवे। यद्याँ कुई सेवा करे, तो वो वीं तागतऊँ ज्या परमेसर वींने दिदी हे वींके जस्यान सेवा करे, जणीऊँ हारी बाताँ में ईसू मसी की वजेऊँ परमेसर की मेमा वेवे। मेमा अन तागत हमेस्या वींकीइस हे। आमीन।