ईं वाते हो मारा भायाँ, मूँ थाँने परमेसर की दया की आद अवाड़न थाँकाऊँ अरज करूँ हूँ के, थाँ थाँकी देह ने जीवता अन पुवितर बलीदान का रूप में परमेसर ने राजी करबा का वाते दिदो। आ थाँकी आत्मा की हाँची सेवा हे, जिंने थाँने करणी हे।
थाँका देह का अंग ने अधरम का सादन वेबा वाते पाप का हाताँ में मती दिज्यो, पण मरिया तका मेंऊँ जी उटबावाळा के जस्यान परमेसर का हाताँ में दिज्यो। अन थाँकी देह का अंगा ने धारमिकता का सादन वेबा वाते परमेसर ने हूँप दो।
अन माँ खुद को परच्यार ने कराँ हाँ पण परबू का रूप में ईसू मसी को परच्यार कराँ हाँ अन माँ माकाँ बारा में तो अस्यान केवाँ हाँ के, माँ ईसू का मस थाँका दास हाँ।