अन जद्याँ भी हपता को पेलो दन दितवार आवे थाँ थाँकी कमई मेंऊँ कईन कई थाँका घर में भेळा करता रेज्यो। जणीऊँ के, मूँ जद्याँ भी अऊँ थाँने दान भेळा करणो ने पड़े।
जद्याँ कुई उपदेस हुणावे तो वींने अस्यान हूणाणो छावे जस्यान के, वो परमेसरऊँ मल्या तका बचन ने हुणारियो वेवे। यद्याँ कुई सेवा करे, तो वो वीं तागतऊँ ज्या परमेसर वींने दिदी हे वींके जस्यान सेवा करे, जणीऊँ हारी बाताँ में ईसू मसी की वजेऊँ परमेसर की मेमा वेवे। मेमा अन तागत हमेस्या वींकीइस हे। आमीन।
मूँ थाँने हमजाऊँ हूँ के, परमेसर की मडळी ज्याँ थाँकी देक-रेक में हे वींकी रुकाळी करो। ओ काम किंकई दबाव में आन मती करो पण परमेसर की मरजीऊँ राजी वेन करो। धन का लाळच की वजेऊँ ओ काम मती करो, पण मन लगान यो काम करो।