थाँका वाते जीं बाताँ बड़-चड़न किदी ही, वणी वाते मने हरमा ने मरणो पड़्यो, पण जस्यान माँ थाँने हाँची-हाँची क्यो हो, वस्यानीस थाँका बारा में, में मारो मेपणो तीतूस का हामे हाँच का हाते परगट किदो हे।
अन वींके अटे आबाऊँ थाँ वींको हव आदर मानन वींने सक दिदो जणीऊँ माँने ओरी भी हेली हिम्मत मली। वणी माँने बतायो हो के, ज्यो थाँ किदो हो वींका वाते थाँ दकी हो अन थाँ माराऊँ मलबा का वाते कतरा आकताँ हो अन थाँ मारी चन्ता करो हो अस्यान हुणन माँने ओरू भी खुसी वीं।
अन तिमुती ने ज्यो मसी का हव हमच्यार में मारो विस्वासी भई अन परमेसर को दास हे वींने थाँका नके खन्दावाँ जणीऊँ वो थाँने पाका करे अन विस्वास का बारा में हमजावे अन थाँकी हिम्मत बड़ावे।