थाँका वाते जीं बाताँ बड़-चड़न किदी ही, वणी वाते मने हरमा ने मरणो पड़्यो, पण जस्यान माँ थाँने हाँची-हाँची क्यो हो, वस्यानीस थाँका बारा में, में मारो मेपणो तीतूस का हामे हाँच का हाते परगट किदो हे।
मारी आकरी मरजी हे के, थाँ हाराई मनक एक मन रेवो अन थाँ हाराई ने मनकाँ का हाते मेल-मिलाप, भईचारा, दया करबावाळा अन भायाँ का हाते परेम-भावऊँ रेबावाळा बणणो छावे।