10 काँके ज्यो दुक परमेसर का आड़ीऊँ आवे हे वींको फळ मन फेरान लेन आवे हे अन जिंकी वजेऊँ दुक ने वेवे पण बंचाया जावाँ हाँ। पण ज्यो दुक दनियाँ की वजेऊँ मले हे, वो दुक मोत लेन आवे हे।
विस्वास्याँ जद्याँ ओ हुण्यो, तो वे छाना-माना वेग्या अन परमेसर की मेमा करता तका केबा लागा, “आ हव बात हे, परमेसर जो यहूदी ने वाँने भी पापऊँ मन बदलबा को अन नुवो जीवन पाबा को मोको दिदो हे।”
मने आ भी दरपणी लागे हे के, जद्याँ मूँ थाँकाऊँ मलबा आऊँ तो थाँका हामे मारो परमेसर मने हरमा ने मारे। मने वाँका वाते ज्यो पेल्याँ पाप किदो हो जस्यान कुकरम, हूगळोपणो अन भोग-विलास में जीव जियो हो अन आ बाताँ ने करबा का केड़े भी वीं आपणाँ मन ने ने फेरिया, वाँ वाते रोणो ने पड़े।
पण अबे मूँ राजी हूँ। मूँ अणी वाते राजी ने हूँ पण मूँ ईं बातऊँ राजी हूँ के, वणी दुक की वजेऊँ थाँ थाँका हरदा ने बदल्यो हे, अन थाँने वो दुक परबू का आड़ीऊँ व्यो हो, ताँके माँके वजेऊँ थाँको कई नकसाण ने वे।
थाँ तो जाणो हो, ईंका पछे जद्याँ वणी आसीस पाबा की आस किदी, तो वींने नकार दिदो ग्यो, अन वणी रो-रोन ज्यो वणी किदो हो वणीऊँ मन फेरवा को मोको होद्यो, पण वींने ने मल्यो।