“पण ज्यो कुई अणा फोरामूँ फोरा ने, ज्यो मारा पे विस्वास करे हे वाँका मूँ एक ने भी ठोकर खवाड़ी, वाँका वाते ओ वेतो के, मोटी घट्टी को पाट वाँका गळा में लटकायो जातो, अन ऊण्डा समन्द में नाक्यो जातो।
ईंऊँ बेस या एक बातईस की दरप कोयने हे के, आपणो काम धन्धो बदनाम वेई, पण ओ भी के, आपणी पुवितर देवी अरतिमिस का मन्दर ने भी नेजोगो मान्यो जाई अन ईं मोटी देवी की मेमा भी खतम वे जाई, जिंने हंगळा आसिया अन दनियाँ का लोग पूजे हे।”
जद्याँ दूजाँ को थाँका पे ओ अदिकार हे, तो कई माँको अणीऊँ हेलो कोयने? पण माँ ओ अदिकार काम में ने लिदो, पण हारोई सेण करता रिया के, माँकाऊँ मसी का हव हमच्यार में कई रोक-टोक ने वेवे।
माँ आ बात मेपणोऊँ अन साप हरदाऊँ के सका हाँ के, माँ ईं दनियाँ का हाते अन खासतोरऊँ थाँका हाते परमेसर की दया के जस्यान चाल्या हा अन हव तरियाऊँ अन हाँच का हाते चाल्या हा ज्यो परमेसर का आड़ीऊँ मले हे ईं दनियाँ की अकलऊँ ने मले हे।