ईसू आपणाँ चेलाऊँ क्यो, “जो थाँकी हुणे हे, वी मारी हुणे हे अन ज्यो थाँने बेकार हमजे हे वीं मने भी बेकार हमजे हे। अन ज्यो मने बेकार हमजे हे वीं मने खन्दाबावाळा ने भी बेकार हमजे हे।”
काँके जद्याँ आपाँ परमेसर का दसमण हा। तो परमेसर आपणाँ बेटा की मोतऊँ आपणो मेल-मिलाप खुदऊँ किदो। अन जद्याँ अबे आपणाँ मेल-मिलाप वेग्यो हे तो वाँका जीवनऊँ आपाँ काँ ने बंचाया जावा?
ईं तरियाँ मूँ मसी का आड़ीऊँ मारी कमजोरियाँ में, बेजत वेन में, दुक में, हताव में, तकलिप में, अबकी टेम में मूँ राजी रूँ हूँ। जद्याँ मूँ कमजोर वेवूँ हूँ, तद्याँईस मूँ जोरावर बणूँ हूँ।
अन वणाईस माने नवा करार का दास वेबा का वाते बलाया हे। आ कस्यी लिकी तकी बात तो ने हे पण आ तो आत्मा को करार हे, काँके लिकी तकी बाताँ तो मनक ने मारे हे पण आत्मा वाँने जीवन देवे हे।
अणीऊँ माँ जाणा हाँ के, परबू की दरपणी कई हे, ईं वाते माँ लोगाँ ने हमजारिया हाँ के, वीं हाँच ने माने। परमेसर आपणाँ हाल-चाल जाणे हे अन मने पूरो विस्वास हे के, थाँ भी माकाँ बारा में हारोई जाणो हो।